शैर्ली की कहानी
१९४८ में सुमात्रा में जन्मी शैर्ली सर्कस कंपनी को बेच दी गई जहां उसने अनेक ताड़नाओं के सहते २० साल तक दर्शकों का मनोरंजन किया! टाँग टूटी, आग में जली और जब किसी कर्तब के काबिल नहीं रही तो लूसियाना जू को बेच दी गई। २२ साल के बाद १९९९ में द एलीफ़ेंट सैंक्चुअरी मेम्फिस पहुँची जहां उसे २४ साल पहले सर्कस की साथी जेनी मिली। तारा, सिसी, विंकी, मिस्टी का साथ मिला!
द अर्बन एलीफ़ेंट शैली की कहानी नाम की डाकुमेंटरी की हीरोइन बनी!
जर्जर शरीर कब तक साथ देता ? सोमवार २२ फ़रवरी २०२१ को ज़मीन पर सोई तो उठ नहीं पाई! सोती ही रह गई!
७२ साल की कहानी का अंत!
जेनी तो २००६ में ही चल बसी थी!
अंतिम समय के साथी:-
सिसी आई, कुछ देर रुकी और बाई बाई करके चली गई!
तारा आई, चार घंटे उसके बग़ल में लिटी रही!
पिछले २२ साल से उसकी देखभाल करने वाले दोस्त!
(स्थानीय समाचार पत्र से)
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