ग्यान विज्ञान
ग्यान बाडा गांव क पधानूक परिवार से छे। दसवीं पास छे। दिल्ली म सरकारी नौकरी । सब बढ़िया ।
ग्यान बाडा ताई संतान प्राप्ति देर मा ह्वे। संतान मतलब पुत्र। संतान क नाम से त द्वी बेटी ह्वे गे छे पर बेटी त पराय धन हूँद। चिता मा आग कु द्यालु। अगर पुत्र नि हूणाई च त पत्नी मा खोट। तारा बौडी भी दुखी । कत्ती टोटका करीन, देवी देवता पूजीन तब पुत्र लाभ ह्वे। बौडी धन्य ह्वे गे।
पुत्र प्राप्ति ह्वे त भंडारा करीक सारी गांव क आशीर्वाद पाई । पंडित जीन नाम राख विज्ञान । ग्यान बाडा कु विज्ञान । विज्ञान क आण से घर मा रौनक। अब त विज्ञान क हि सहारा च। मजाल च कि वेकुण क्वी अंगुलि भी उठाई सक। बानिक बानिक क कपड़ा, खिलौना । द्वी साल की उम्र मा धूमधाम से मुन्डन, ग्यारह साल की उम्र मा यज्ञोपवीत । सबूक लाडला ।
विज्ञान एक प्राईवेट स्कूल मा पढदू छे। आठवीं तक त सब ठीक छे । स्कूल से क्वी शिकायत ना। पढण मा कुछ खास ना पर ठाट मा क्वी कमी ना। कन्नी कैक बारहवीं पास कर और एक कौलेज मा एडमिसन भी ह्वे गे। बाडा न कालेज जाणकुण मोटरसाइकिल भी दे द्यै। वन त बाडा भी क्वी धन्यासेठ नि छे, ऊपर से महंगाई। बेटि भी बड़ी ह्वे गे छे । द्वी बरहवीं पास करीक घरम बैठी छे। कैकी भी सरकारी नौकरी नी लगाई पाई। प्राईवेट जगह छोटी छोटी नौकरी करणाई लगी छे । रिस्ता ऐ त छन पर बात नी बणि। कै ताई सरकारी नौकरी वाली चायेणी छे, कै ताई कार न त मोटरसाइकिल या नकद। बड़ी मुश्किल से द्वी बेटि बिदा करीन।
वन त बाडा जेब खर्च कुण कमी नी करद छे पर विज्ञान कुण कभी पूर नी पौड़। चोरी छुपे क बौडीम से भी मील जान्द छे।
कभी कभी त हड़कैक भी ले लीन्द छे ।
और बाडा रिटायर ह्वे गेन। सरकारी क्वार्टर भी ग्ये। प्राविडैन्ट फन्ड त बेट्यून्क व्याह मा खतम । पेंशन से गुजर मुश्किल । गांव वापस ऐ गीन। विज्ञान कुण खर्च भेजणाई रैन। पर वैकी मांग पूर करणैकी हिम्मत खतम ह्वे गे छे। जतूक ह्वे सक भेजणाई रैन।
एक दिन कैन ब्वाल कि विज्ञान कुसन्गत मा पड़ी गे। पढाई छोड़ीक कुछ अलग काम करणाई च। बाडा दिल्ली गे पर वैकी ठाट बाट देखीक दंग रै गे। चार पांच दिन रैकन वापस चलि गे। क्या काम करद इ त पता नी चल पर रात रात भर घर से गायब रौणक मतलब कुछ बढ़िया नी लगु।
फिर कैन बताई कि पुलिस पकड़ीक ली गे। बाडा दिल्ली गेन, ज़मानत पर छुड़ाई, गांव लाणैकी कोशिश कर पर नी आई। अब न चिठ्ठी न क्वी खबर।
कैन अखबार मा ख़बर द्याख । एक नवयुवक लगभग 27 बर्ष गैन्ग गोलीबारी में मरा। फोटो से पता चल कि विज्ञान च। बाडा दिल्ली गे। दाह संस्कार करीक वापस आ ग्ये।
बाडा भी नि रै। अन्तिम संस्कार बड़ी बेटीन कर।
ग्यान बाडा गांव क पधानूक परिवार से छे। दसवीं पास छे। दिल्ली म सरकारी नौकरी । सब बढ़िया ।
ग्यान बाडा ताई संतान प्राप्ति देर मा ह्वे। संतान मतलब पुत्र। संतान क नाम से त द्वी बेटी ह्वे गे छे पर बेटी त पराय धन हूँद। चिता मा आग कु द्यालु। अगर पुत्र नि हूणाई च त पत्नी मा खोट। तारा बौडी भी दुखी । कत्ती टोटका करीन, देवी देवता पूजीन तब पुत्र लाभ ह्वे। बौडी धन्य ह्वे गे।
पुत्र प्राप्ति ह्वे त भंडारा करीक सारी गांव क आशीर्वाद पाई । पंडित जीन नाम राख विज्ञान । ग्यान बाडा कु विज्ञान । विज्ञान क आण से घर मा रौनक। अब त विज्ञान क हि सहारा च। मजाल च कि वेकुण क्वी अंगुलि भी उठाई सक। बानिक बानिक क कपड़ा, खिलौना । द्वी साल की उम्र मा धूमधाम से मुन्डन, ग्यारह साल की उम्र मा यज्ञोपवीत । सबूक लाडला ।
विज्ञान एक प्राईवेट स्कूल मा पढदू छे। आठवीं तक त सब ठीक छे । स्कूल से क्वी शिकायत ना। पढण मा कुछ खास ना पर ठाट मा क्वी कमी ना। कन्नी कैक बारहवीं पास कर और एक कौलेज मा एडमिसन भी ह्वे गे। बाडा न कालेज जाणकुण मोटरसाइकिल भी दे द्यै। वन त बाडा भी क्वी धन्यासेठ नि छे, ऊपर से महंगाई। बेटि भी बड़ी ह्वे गे छे । द्वी बरहवीं पास करीक घरम बैठी छे। कैकी भी सरकारी नौकरी नी लगाई पाई। प्राईवेट जगह छोटी छोटी नौकरी करणाई लगी छे । रिस्ता ऐ त छन पर बात नी बणि। कै ताई सरकारी नौकरी वाली चायेणी छे, कै ताई कार न त मोटरसाइकिल या नकद। बड़ी मुश्किल से द्वी बेटि बिदा करीन।
वन त बाडा जेब खर्च कुण कमी नी करद छे पर विज्ञान कुण कभी पूर नी पौड़। चोरी छुपे क बौडीम से भी मील जान्द छे।
कभी कभी त हड़कैक भी ले लीन्द छे ।
और बाडा रिटायर ह्वे गेन। सरकारी क्वार्टर भी ग्ये। प्राविडैन्ट फन्ड त बेट्यून्क व्याह मा खतम । पेंशन से गुजर मुश्किल । गांव वापस ऐ गीन। विज्ञान कुण खर्च भेजणाई रैन। पर वैकी मांग पूर करणैकी हिम्मत खतम ह्वे गे छे। जतूक ह्वे सक भेजणाई रैन।
एक दिन कैन ब्वाल कि विज्ञान कुसन्गत मा पड़ी गे। पढाई छोड़ीक कुछ अलग काम करणाई च। बाडा दिल्ली गे पर वैकी ठाट बाट देखीक दंग रै गे। चार पांच दिन रैकन वापस चलि गे। क्या काम करद इ त पता नी चल पर रात रात भर घर से गायब रौणक मतलब कुछ बढ़िया नी लगु।
फिर कैन बताई कि पुलिस पकड़ीक ली गे। बाडा दिल्ली गेन, ज़मानत पर छुड़ाई, गांव लाणैकी कोशिश कर पर नी आई। अब न चिठ्ठी न क्वी खबर।
कैन अखबार मा ख़बर द्याख । एक नवयुवक लगभग 27 बर्ष गैन्ग गोलीबारी में मरा। फोटो से पता चल कि विज्ञान च। बाडा दिल्ली गे। दाह संस्कार करीक वापस आ ग्ये।
बाडा भी नि रै। अन्तिम संस्कार बड़ी बेटीन कर।
No comments:
Post a Comment